एक बार फिर से मै आपका मेरी Website मै स्वागत करता हूँ। आशा करता हूँ, की आपको मेरी Post पसंद आ रही होगी। तो दोस्तो हमेशा की तरह आज भी मै आपके लिए एक ऐसा Topic लेकर आया हूँ जो आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा। जैसा की हम सब जानते है आज का युग ऑनलाइन का युग है और हम सब Computer या Laptop का उपयोग करते है। हमने Computer के बारे मे बहुत पढ़ा होगा की Computer क्या है, और Computer मे हम Data कैसे Save कर सकते है। अगर हम कम्प्युटर मे Data Save करते है, तो वह Data कहा Save होता है, और यह बहुत दिनो या सालो तक Save कैसे रहता है। तो दोस्तो क्या आप लोगो ने यह जानने की है, की ऐसा क्यो होता है। Computer मे कितनी मेमोरी होती है, वह कितना Data अपने अंदर Save कर सकती है। उस मेमोरी को क्या कहते है। तो चलिए दोस्तो इन सब प्रश्नो का उतर आपको आज यहा इस post मे मिलेगा। और आप यहा से बहुत कुछ सीखेंगे। अब हम Computer मेमोरी के बारे मे जानते है, जिसे हम RAM कहते है, RAM क्या होती है, RAM ki Full Form kya hai , RAM कैसे काम करती है।
Computer मेमोरी
Computer की मेमोरी मानव मस्तिक के सामान है, Computer मेमोरी Data एव इन्फार्मेशन को स्टोर करता है। Computer मेमोरी एव भंडारण स्थान (स्टोरेज स्पेस) है, जहां वह Data और इन्फोर्मेशन रखा जाता है, जिसको प्रोसेस(संसाधित) किया जाता है। मेमोरी तीन प्रकार की होती है। कैश मेमोरी, प्राइमरी मेमोरी। मुख्य मेमोरी और सैकंडरी मेमोरी।
प्राइमरी मेमोरी (मैन मेमोरी)-
RAM और ROM मुख्य मेमोरी के दो उदाहरण है। प्राइमरी मेमोरी केवल उन Data और निर्देश को जमा कर के रखती है जिस पर वर्तमान मे Computer काम कर रहा है। जब बिजली बंद हो जाती है, तो यह मेमोरी Data खो देती है।
- यह Computer के काम करने वाली मेमोरी है।
- इसकी गति मुख्य मेमोरी से भी तेज होती है।
- एक कम्प्युटर प्राइमरी मेमोरी के बिना नहीं चल सकता है।
RAM (रैडम एक्सेस मेमोरी)-
Computer के पढ़ने और लिखने की मेमोरी को Computer मेमोरी कहते है। इसमे उपयोगकर्ता पढ़ने के साथ ही इन्फोर्मेशन लिख भी सकते है RAM (रैम) मे किसी भी स्थान का पता पहुँचा सकता है। RAM को “Random Access” माना जाता है क्योकि इससे हमे किसी भी मेमोरी सेल को सीधा Access कर सकते है अगर हमे उस मेमोरी सेल का एड्रेस पता हो तो स्टोरेज सेल जो की बहुत सारे ट्रांज़िस्टर से मिलकर बने होते है, इन्ही के अन्दर Data को स्टोर रखा जाता है।
RAM के प्रकार- RAM ki Full Form kya hai
कम्प्युटर लगातार विकास कर रहा है। जिसके कारण इसके अन्य महत्वपूर्ण भागो को भी उन्नत होना पड़ रहा है। जिसमे RAM भी शामिल है, RAM भी विकास के कारण अलग-अलग कार्य विशेषताओ मे उपलबध हुई है। जिन्हें प्रमुख प्रकार मे बांट सकते है।
- डायनामिक रैम
- स्टेटिक रैम
डायनामिक रैम (DRAM)-
DRAM का पूरा नाम Dynamic Random Access Memory होता है। जिसमे शब्द Dynamic का अर्थ होता है चलायमान। इसका मतलब है, हमेशा परिवर्तित होते रहना। इसलिए इस RAM को लगातार Refresh करना पड़ता है। तभी इसमे Data स्टोर किया जा सकता है।
CPU की मुख्य मेमोरी के रूप मे DRAM का ही इस्तेमाल किया जाता है। क्योकि इसमे से Data को Randomly प्राप्त किया जा सकता है। और नया Data अपने आप स्टोर होता जाता है। जिसके कारण CPU की कार्य क्षमता तेज बनी रहती है।
ballebaazi fantasy cricket app kya hai
SRAM (स्टैटिक रैम)-
SRAM का पूरा नाम Static Random Access Memory होता है जिसमे शब्द Static बताता है की इस RAM मे Data स्थिर रहता है और उसे बार बार Refresh करने की जरूरत नहीं होती है।
यह RAM भी Volatile memory होती है। इसलिए Power on रहने तक इसमे Data मौजूद रहता है। Power off होते ही सारा Data स्वत ही Delete हो जाता है इस मेमोरी की Cache memory(कैश मेमोरी) के रूप मे इस्तेमाल किया जाता है।
RAM की विशेषताएँ-
- RAM CPU का भाग होती है।
- इसके बिना Computer अपना कम नहीं कर सकता है।
- RAM Computer की प्राथमिक मेमोरी होती है।
- उपलबध Data Randomly Access कर सकता है।
- RAM यह अस्थाई होती है मगर तेज होती है।
- RAM महंगी होती है, मगर तेज होती है।
- RAM Storage से भिन्न होती है।
RAM कितनी होनी जरुरी है-
RAM क्या होती है, ये सब तो आप लोग जान गए होंगे। अब बात जानना जरूरी है की RAM कितनी होनी जरूरी है। हम देखते है कि मोबाइल मे कम से कम 2GB रैम होना चाहिए, क्योकि आजकल एप का साइज धीरे-धीरे बढ़ रहा है। मोबाइल मल्टीटास्किग कर सके तो मोबाइल मे कम से कम 2GB रैम होना आवश्यक है। जिससे कि मोबाइल हैंग नहीं होता है।
अब आप RAM के बारे मे जान चुके है कि RAM क्या है, कितनी होनी चाहिए। RAM के प्रकार के बारे मे भी हमने आपको बता दिया।
अब हम आपको बता दे कि RAM को डिवाइस जितनी ज्यादा हो उतनी हमे खरीदनी चाहिए क्योकि RAM ऐसी चीज है, जिसे बाद मे बढ़ाया नहीं जा सकता है। हालांकि Computer मे RAM बढ़ाने का option होता है, लेकिन मोबाइल मे RAM को बढ़ाने का Option नहीं होता है।
Phone कि RAM और Computer कि RAM मे अन्तर-
Mobile Processer मे LPDDR का इस्तेमाल होता है, वही Computer मे PADRE का इस्तेमाल होता है।
- LPDDR की full form होती है Low Power Double Data Synchronous RAM
- PCDDR कि Full Form होती है- Standard Double Data Synchronous RAM
ये दोनों ही RAM एक दूसरे से Power मे ही अलग होते है।
mobile RAM को ज्यादा power सेव करने के लिए Design किया गया होता है, वही PC RAM का Performance बढ़ाने के लिए design किया होता है।
निष्कर्ष
आशा करता हूँ कि आपको मेरी यह Post RAM ki Full Form kya hai अच्छी लगी होगी। मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है कि मै आपके लिए रोज नई नई Post लेकर आऊ जो आपके लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी वाली हो। और इसी तरह से Topic कि पूर्ण जानकारी देता रहूँ। आगे भी मेरे साथ जुड़े रहे मै आपके लिए हर रोज इसी तरह के बढ़िया बढ़िया post लता रहूँगा। अगर आपको हमारी Post RAM की Full Form को लेकर कोई भी सवाल जवाब हो और आप उसका सुझाव हमे देना चाहते है, तो नीचे Comment Box मै Comment कर सकते है।
RAM के बारे में और अधिक जने के लिए लिंक पर क्लिक करे
टिप्पणियाँ(0)