आदित्य L1 मिशन लॉंच, दोस्तों आप तो जानते ही हैं कि हाल ही में इसरो ने चंद्रयान-3लांच हुआ था। और चंद्रयान-3 को लांच हुई अभी दो हफ्ते भी पूरे नहीं हुए और इसरो ने एक सूर्य मिशन लॉन्च कर दिया है, जिसका नाम आदित्य ल है। लगभग सभी लोग आदित्य L1मिशन लॉन्च के बारे में जानना चाहते हैं।
इसलिए आज के इस लेख में हम इसरो के पहले Sun Missionआदित्य L1मिशनलॉन्च के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। क्योंकि 2 सितंबर 2023 को इसरो ने अपने आदित्य L1 मिशन को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है। तो आइये बिना देरी के लेख को शुरू करते हैं।
इसरो का आदित्य L1 मिशन क्या है?
इसरो ने सूर्य के coronal X-ray radiationका अध्ययन करने के लिए यह आदित्य L1 मिशन लॉन्च किया है। इसरो ने इस मिशन की घोषणा 2018 में ही कर दी थी और अब 2023 में यह मिशन लॉन्च हो चुका है।
आदित्यL1 मिशन एक मल्टीस्पेक्ट्रेलस्पेसक्राफ्ट है। इसमें एक एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर, एक इमेजिंगस्पेक्ट्रोमीटरऔर एक सोलरप्रोब शामिल है।
इसरो द्वारा 2 सितंबर 2023 को सुबह 11:50 पर आदित्य L1 मिशन सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया। इस आदित्य L1 मिशन को श्रीहरिकोटा के सतीशधवन अंतरिक्ष केंद्र से PSLV-C53 रॉकेटद्वारा लांच किया गया है।
इसरो का यह आदित्य L1 इसके Spacecraft धरती से 15 लाख किलोमीटर की दूरी पर रहेगा। इस स्पेसक्राफ्ट को यह 15 लाख किलोमीटर की दूरी तय करने में 4 महीने का समय लगेगा और उसके बाद यह एक Lagrange Point पर पहुंचकर 5 साल तक सूरज का अध्ययन करेगा।
इसरो द्वारा इस मिशन का नाम आदित्य L1 मिशन क्यों रखा गया ?
सूर्य और पृथ्वी के बीच पांच Lagrange Point बनाए गए हैं। जिसे हम L1, L2, L3, L4 और L5 से दर्शाते हैं। इसरो द्वारा इस मिशन को सूर्य और पृथ्वी के बीच पहले Lagrange Point यानी L1पॉइंट पर भेजा जाएगा। और इस पॉइंट पर आकर यह स्पेसक्राफ्ट रुकेगा।
इसलिए इस मिशन का नाम L1 पड़ा। अब अगर हम बात करें आदित्य की तो हिंदी भाषा में सूर्य को कई नाम से जाना जाता है जिनमें से एक नाम आदित्य भी है। तो इस तरह इस मिशन का नाम आदित्य L1 मिशन रखा गया।
आदित्य L1 मिशन का उद्देश्य क्या है?
अब हमें यह भी जानना जरूरी है कि आखिर Aditya L1 Mission को क्यों लॉन्च किया गया है और यह सूरज के बारे में क्या अध्ययन करने वाला है।
आदित्य L1स्पेसक्राफ्ट में 7Payloads लगाए गए हैं जो सूरज की अलग-अलग चीजों का अध्ययन करेगा। आईये इन सभी चीजों के बारे में अलग-अलग समझते हैं।
- इसमें लगा सबसे पहले पेलोडVisible EmmissionLine Coronagraph (VELC) सूर्य के Corona और Coronamass Ejection के डायनामिक का अध्ययन करेगा।
- Solar Ultra-VioletImaging Telescope (SUIT) सूरज के Photosphere और Chromosphere की अल्ट्रावायलेटइमेजिंग में फोटो लेगा।
- Solar Low Energy X-Ray Spectrometer (SOLEX) और High Energy L1Orbiting X-RaySpectrometer (HEL1OS) सूरज से निकलने वाली एक्स-रे एनर्जी रेंज का अध्ययन करेंगे।
- Aditaya Solar WindParticleExperiment (ASPEX) और Plasma AnalyserPackage for Aditya (PAPA)सोलरविंड का अध्ययन करने के लिए आदित्य L1स्पेसक्राफ्ट में लगाए गए हैं।
- अब आदित्य L1स्पेसक्राफ्ट में लगा आखिरी पेलोडMagnetometer (MAG) सूरज के मैग्नेटिकफील्ड का अध्ययन करेगा।
तो इस प्रकार सूरज के अलग-अलग चीजों का अध्ययन करने के लिए ISRO Aditya L1 Mission को लांच किया गया है।
निष्कर्ष
आज के इस लेख में हमने आदित्य L1मिशन लॉन्च के बारे में जानकारी प्राप्त की। उम्मीद है कि इस लेकर माध्यम से आपको इसरो द्वारा लांच किए गए एक Sun Mission के बारे में सभी जानकारियां मिल पाई होगी। यदि आप इस सूर्य मिशन के कुछ अन्य चीजों के बारे में जानना चाहते हैं तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।
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