Computer Kya Hota Hai नमस्कार दोस्तो एक बार मै आपका मेरी website पर स्वागत करता हूँ। दोस्तो आप सब जानते है, आज का युग टेक्नॉलॉजी का युग है और हर एक व्यक्ति टेक्नॉलॉजी से जुड़ा हुआ है। और टेक्नॉलॉजी से जुडे रहने के लिए हर एक इंसान कम्प्युटर से जुड़ा हुआ है। आज हम हमारे सारे काम जो ऑनलाइन हो सकते है वो हम सारे कम कम्प्युटर से करते है। हम अपने सभी कम कम्प्युटर से कर लेते है ताकि हमे कही बाहर ना जाना पड़े। क्या आपने कभी सोचा है की कम्प्युटर की full from क्या है, (Computer Kya Hota Hai)क्या आपने कभी कम्प्युटर के बारे मै जानने मे जानते है?, क्या आपने कभी सोचा है की कम्प्युटर का वर्तमान रूप कैसे आया। दोस्तो आज हम इस पोस्ट के माध्यम से मै आपको कम्प्युटर की Full Form और कम्प्युटर के इतिहास के बारे मे बात करेंगे। आज की यह आपके लिए बहुत ही जारूरी साबित हो सकती है। (What is Computer)
कम्प्युटर का परिचय- Computer Kya Hota Hai ?
कम्प्युटर एक महीन है जो की हाए इंसान के जीवन के लगभग सभी श्रेणी में इस्तेमाल किया जा रहा है। वेब प्रोइयोगिकी, इंटरनेट और मोबाइल फोन की क्रांति ने ज्ञान के नए-नए आधार स्थापित किए है, और नयी विचार प्रक्रिया को जीवन दिया। पर्सनल कम्प्युटर गणना, डिजाइन और प्रकाशन प्रयोजनो के लिए छात्रो, इंजीनियरो, रचनात्मक लेखको द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। अभी ऑनलाइन शिक्षा भी इसके माध्यम से सम्पन्न हो पा रही है। इंटरनेट प्रोधोगिकी से हर व्यक्ति के दरवाजे पर सभी जानकारी लाना संभव हुआ है।
लोग अब पुछताछ, बैंकिंग, शॉपिंग और कई और अधिक अनुप्रयोगो के लिए कम्प्युटर का उपयोग कर रहे है। अब हम सूचना सुपर हाइवे के लिए युग से गुजर रहे है जहां सभी प्रकार की जानकारी सिर्फ कम्प्युटर का एक बटन पर क्लिक करके उपलबध की जा सकती है।
कम्प्युटर अपना कोई भी कार्य अकेला नहीं कर सकता इसके अलग-अलग उपकरण होते है। और इन्ही उपकारो की सहायता से कम्प्युटर कार्य करता है। कम्प्युटर को अपना कार्य करने के लिए Hardware और Software की जरूरत होती है, इसके बिना कम्प्युटर एक खाली डिब्बा है।
System Unit
यह एक डिब्बा होता है, इसमे कम्प्युटर के कार्य करने के लिए सभी यंत्र लगे होते है, इसे CPU भी कहते है। इस CPU के साथ mouse, Keyword हार्ड डिस्क जुड़ी हुई होती है। और कम्प्युटर इससे output लेकर अपना कार्य करता है। CPU का दूसरा नाम Computer Case होता है।
Monitor
यह पुराने टीवी की तरह होता है, और अब इनकी जगह LED ने ले ली है। यह एक Output उपकरण है, cpu जैसे निर्देश देता है, यह उसी तरह ही काम करता है, और जो इसने गणना की है, उसे आपके सामने Screen पर ला देता है।
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Keyboard
यह इनपुट डिवाइस है, जो व्यक्ति कम्प्युटर को चलता है, और उसे किसी भी कार्य को करने के लिए keyboard पर Type करना होता है, बिना कुछ type किए computer में कोई भी कार्य नहीं किया जा सकता। जब हम keyboard से कोई भी बटन या कोई कुंजी दबाते है, तो उसके दिशा निर्देश मिलते ही कम्प्युटर अपना काम शुरू करता है।
Mouse
यह भी एक इनपुट डिवाइस है। यह किसी भी तरह के सर्च किए हुए प्रोग्राम पर क्लिक करके आगे बढ्ने के लिए mouse से उस पर क्लिक किया जाता है। और क्लिक करते ही नया प्रोग्राम कम्प्युटर स्क्रीन पर आ जाता है।
Speakers
यह भी एक Output डिवाइस है। यह कम्प्युटर के साथ जोड़ा जाता है, CPU और mouse के द्वारा संदेश देने पर यह कम्प्युटर स्क्रीन से साउंड को Open को चलाने के काम आता है, इससे साउंड सुना जाता है।
Printer
यह भी एक Output डिवाइस है, जब कम्प्युटर से किसी भी जरूरी सूचना को कागज पर निकालना होता है, और यह उस सूचना को कागज पर निकालने का काम करता है। कम्प्युटर के द्वारा जो सूचना कागज पर निकली जाती है, उसे सॉफ्टकॉपी कहते है, और वही सूचना कम्प्युटर के अंदर होती है, उसे Hardcopy कहते है।
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कम्प्युटर की Full Form
बहुत सारे Exam. और interview में यह सवाल पूछा जाता है की कम्प्युटर की Full Form क्या है, चलिए दोस्तो हम इसके बारे में भी आपको बताते है। कम्प्युटर का पूरा नाम एक लैटिन शब्द से लिया गया है, जिसका मतलब हिन्दी में गणना करना होता है।
इस लैटिन शब्द का इस्तेमाल इसलिए किया गया क्योकि कम्प्युटर पहले जोड़,घटाव,गुणा,भाग के लिए ही प्रयोग किया जाता है। यानि शुरू में कम्प्युटर सिर्फ गणना का ही माध्यम था। चलिए दोस्तो हम कम्प्युटर के बारे में एक एक शब्द का मीनिंग देखते है
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C – Commonly
O – Operated
M – Machine
P – Particularly
U – Used for
T – Technical &
E – Education
R – Research
इस प्रकार हम देखते है, की कम्प्युटर की Full Form- Commonly Operated machine Particularly used for Technical & Education Research है।
यदि हम हिन्दी में इसका अनुवाद देखे तो ”आमतौर पर तकनीकी और शिक्षा अनुसंधान के लिए विशेष रूप से संचालित मशीन” है।
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कम्प्युटर के विभिन्न प्रकर-
दोस्तो कम्प्युटर के 3 प्रकार होते है। और इन तीनों प्रकारो का अर्थ और इनका काम अलग-अलग होता है। इन तीनों प्रकारो के बारे में ज्यादा जानकारी जानने के लिए आपको इसका पूरा course लेना होता है।
- अनुप्रयोग (Application)
- उद्देशय (Purpose)
- आकार (Size)
कम्प्युटर का इतिहास-
कम्प्युटर का इतिहास लगभग 300 वर्ष पुराना है, मूल रूप से कम्प्युटर का विकास गणितीय गणनाओ को बड़ी संख्या मे करने के लिए किया गया एवाकस पहली मैकेनिक गणना करने वाली मशीन थी। 1616ई मे सर जॉन नेपियर ने एक गणना उपकरण बनाया और इसे नेपियर बोन्स कहा गया। इसका उपयोग से जोड़,घटाव,गुणा,भाग किया जाता था। यह डिवाइस आयताकार छड का एक सेट से बना है। कम्प्युटर के विकास में सर जॉन नेपियर का नेपियर बोन्स का प्रभावशाली भूमिका था।
एवाकस और नेपियर बोन्स के निर्माण के बाद पास्कल लाइन का आविष्कार हुआ। सन 1642 में ब्लेज़ पास्कल ने पास्क लाइन का अविष्कार किया। जो एक यांत्रिक मशीन था, इसमे 8 चलने वाले पहियो के साथ एक आयताकार बॉक्स शामिल था। यह 10,100 और 1000 के साथ जोड़ने,घटाने में सक्षम था। यह आवेक्स से अधिक गति से गणना कार्ट आता, तथा ये पहला मैकेनिकल केलकुलेटर था।
सन 1822 में चार्ल्स बेबेज ने पसक्लीन से प्रेरणा लेकर पहला यांत्रिक कम्प्युटर का आविष्कार किया था। इसमे डिफ्रेन्शियल इंजन कहा जाता था। उन्होने विचित्र-विचित्र मशीनों जैसे डिफ्रेन्शियल इंजन तथा “एनालिटिकल इंजन” बनाया जो सही तरीके से गणना कर सकते थे। चार्ल्स बेबेज को “आधुनिक कम्प्युटर” क अजनक कहा जाता है।
कम्प्युटर की पीढ़ीया
हम कम्प्युटर को 5 पीढ़ियो में विभाजित करते है। हर पीढ़ी के कम्प्युटरो को उनके द्वारा उपयोग में ली जाने वाली तकनीक के आधार पर परिभाषित किया है।
प्रथम पीढ़ी (1942-1956)
पहली पीढ़ी के कम्प्युटर मे मुख्य इलेक्ट्रोनिक घटक के रूप में वेक्यूम ट्यूबों एव देता भंडारण के लिए चुंबकीय ड्रम का इस्तेमाल किया गया। उनका आकार काफी बड़ा था। यहा तक की उन्हे रखने के लिए पूर्ण कक्ष की आवश्यकता होती थी। पहली पीढ़ी के कम्प्युटर एक समय में एक ही समस्या का हम करने में सक्षम थे।
दूसरी पीढ़ी(1956-1965)
दूसरी पीढ़ी के कम्प्युटर में इलैक्ट्रोनिक घटक के रुप में ट्रांज़िस्टर का इस्तेमाल किया गया था। ट्रांज़िस्टर कुशल तेज, कम बिजली की खपत और पहली पीढ़ी के कम्प्युटर की तुलना में अधिक सस्ते और विश्वासनीय थे। वे अत्यधिक गर्मी का उत्पादन किया करते थे।
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तीसरी पीढ़ी(1965-1975)
तीसरी पीढ़ी के कम्प्युटर में ट्रांज़िस्टर के स्थान पर इंटीग्रेटेड सर्किट (IC) का इस्तेमाल किया गया था। एक एकल आई सी ट्रांज़िस्टर,प्रतिरोधी और कैपिस्टर की एक बड़ी संख्या को साथ संगठित कर के रख सकता है, जिसके कारण कम्प्युटर के आकार को और अधिक छोटा बनाया जा सकता है।
चतुर्थ पीढ़ी (1976-1988)
इस पीढ़ी में माइक्रोप्रोसेसर की शुरुआत हुई। जिनमे हजारो आईसी एक एक्ल चिप एक सिलीकॉन चिप पर निर्मित की जा सकती थी।
इस पीढ़ी के कम्प्युटर बहुत बड़े पैमाने पर एकीकृत सर्किट तकनीक का इस्तेमाल किया करते थे। बड़े 1971 से इंटेल 4004 चिप विकसित किया गाय था। इसमे एक एकल चिप पर एक कम्प्युटर के सभी घटक स्थित होते थे। ई प्रयोग की वजह से छोटे आकार के कम्प्युटर या पर्सनल कम्प्युटर का नाम दिया गया।
पंचम पीढ़ी (1988 से अब तक)
पाँचवी पीढ़ी क रूप में, एक नई तकनीक उभर कर आई जिसे USI (अल्ट्रा लार्ज इंटीग्रेशन) कहा जाता है, जिसके अंतर्गत माइक्रोप्रोसेसर चिप में 10 लाख तक इलेक्ट्रोनिक उपकरणो तक शामिलकिया जा सकता था। इस पीढ़ी में कृत्रिम बुद्धि की अवधारणा वॉइस रिकग्निशन मोबाइल संचार, सिग्नल डाटा, प्रोसेसिंग को आरम्भ किया गया।
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कम्प्युटर की विशेषताएँ
- गति
- शुद्धता
- उच्च संचयन क्षमता
- विविधता
- परिश्रमशीलता
गति
- यह बहुत ही तेजी के काम करता है, अथार्थ इसकी स्पीड तेज होती है।
- यह किसी भी सर्च की हुई सूचना को बहुत ही तेजी से अपनी स्क्रीन पर ला देता है।
- कम्प्युटर को तेज गति से कार्य करने के लिए ही बनाया गया है।
- इसकी स्पीड माइक्रोसेकेड(10–6) होती है।
शुद्धता - Accuracy
- कम्प्युटर का एक सिधान्त होता है, यह उस पर ही कार्य करता है, इसका नाम है GIGO
- जब यह किसी भी कार्य को करता है, तो इसकी शुद्धता इसनी है, की इसे मानव की शुद्धता से भी ज्यादा माना गया है।
परिश्रमी – Diligence
- कम्प्युटर एक महीन है, और यह कितना भी काम कर ले इसे थकान नहीं होती है, इसी कारण इसे थकान मुक्त कहा गया है।
- यह लगतार काम कर सकता है, और इसके काम में किसी भी तरह की कोई कमी नहीं आती है।
- कम्प्युटर अपने ध्यान से कार्य करता है, इसके काम में औरी शुद्धता होती है यह अपने काम को पहला और आखिरी निर्देश मानता है।
बहुप्रतिभा - Versatility
- इसका काम गणना करना ही नहीं है, यह इसके अलावा बहुत सारे काम करता है।
- कम्प्युटर से कम Typing, फोटो कॉपी, ग्राफिक का काम कर सकते है।
- यह एक बहू उदेश्य मशीन है।
- स्वचालित – Automation
- कम्प्युटर स्वचालित है, इसे कोई चलाने वाला नहीं होता है।
- यह कुछ ऐसे कार्य है, जिसे बिना इंसान से हाथ लगाने से ही कर सकता है।
- स्वचालित होकर सारे काम अपने आप करना इसकी बहुत बड़ी भूख है।
निष्कर्ष
दोस्तो आज की हमरी यह पोस्ट Computer Kya Hota Hai और इसका परिचय, इतिहास और विबिन्न प्रकर के बारे में सारी जानकारी विस्तार से बताने की कोशिश की है, अगर फिर भी यह जानकारी पढ़ कर आपको कुछ कमी नजर आती है, तो आप हमे कमेंट करे हम आपके सवाल का जवाब जल्द ही देंगे।
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प्रश्न 1. कंप्यूटर क्या होता है इंग्लिश में?
उतर 1. कंप्यूटर शब्द अंग्रेजी के "Compute" शब्द से बना हुआ है। कम्प्युटर का काम है गणना करना है, इसे गणक या संगणक कहते है।
प्रश्न 2. कंप्यूटर के उपयोग क्या क्या है?
उतर 2. कम्प्युटर का उपयोग गणना करना होता है, और साथ में मिलने वाली Output का उपयोग करके सुचन प्रदान करना।
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